विशिष्ट कीर्तिमान


विशिष्ट कीर्तिमान स्थापित करने वाली बालिकाओं को विशेष पुरस्कारों द्वारा अलंकृत किया जाता है| विशिष्ट कीर्तिमान शैक्षणिक, शारीरिक, योगविद्या, शस्त्र विद्या, बौद्धिक क्रियाओं आदि किसी भी क्षेत्र में हो सकता है|

गुरुकुल की उपलब्धियां अनेक हैं। यह गुरुकुल विगत बीस वर्षों से आर्ष पाठ विधि से आर्ष ग्रन्थों के पठन-पाठन में संलग्न है। अब तक गुरुकुल में तीन दीक्षान्त समारोह हो चुके हैं। गुरुकुल में अध्ययन पूरा कर 20 विदुषियां तैयार हुई हैं। ;s विदुषियां विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहीं हैं। गुरुकुल की तीन स्नातिकाओं हेमलता, सुनीता,सुरेखाने सुदूर दक्षिण के कांचीपुरम् विश्वविद्यालय, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय अजमेर तथा जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में शीर्ष (टोप) स्थान प्राप्त किये हैं।

गुरुकुल की अनेक स्नातिकायें आर्यसमाज की विचारधारा के प्रचार में लगी हुईं हैं। इस कार्य में गुरुकुल की स्नातिकाओं सुनीता, हेमलता तथा रामकुमारी के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। गुरुकुल की अनेक स्नातिकायें छात्रायें विभिन्न आर्यसमाजों में यज्ञ एवं प्रवचन आदि के माध्यम से प्रचार का कार्य करती हैं। कई छात्रायें भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” आदि सरकार के नारी शक्ति जागरण के कार्यक्रमों में  और “भ्रूण-हत्या ” आदि सामाजिक कुरीरितियों के विरुद्ध संघर्ष में भी अपना विशिष्ट  योगदान दे रही हैं| अनेक प्रमाण पत्र, पारितोषिक पत्रों से सम्मानित किया गया|

कुछ छात्रायें वेद प्रचार करती हैं तथा कुछ गुरुकुलों का संचालन भी कर रही हैं।