वेद प्रचार कार्य


  1. गुरुकुल के द्वारा संस्कृत के शिविर लगाये जाते हैं।
  2. सभी आर्यसमाज की मान्यताओं एवं विचारधारा का प्रचार व प्रसार गुरुकुल के द्वारा किया जाता है।
  3. गुरुकुल की यह भी अपेक्षा है कि केन्द्र व राज्य सरकारें महर्षि दयानन्द प्रणीत आर्ष शिक्षा प्रणाली को मान्यता प्रदान करें एवं गुरुकुलों का आर्थिक पोषण करे। यह भी अपेक्षा की जाती है कि सरकार का कोई मानक आर्ष शिक्षा प्रणाली के अध्ययन-अध्यापन में बाधक न बनें।
  4. शास्त्रार्थ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है|
  5. समय-समय पर गुरुकुल में व गुरुकुल की ओर से योग शिविरों के आयोजन किये जाते हैं। युवति विकास शिविरों का आयोजन भी किया जाता है|
  6. गुरुकुल की गतिविधियों में एक गति विधियज्ञ प्रशिक्षण एवं गृहस्थियों को सन्मार्ग बताना भी कार्य है। गुरुकुल के द्वारा संस्कृत-सम्भाषण शिविरों का आयोजन भी किया जाता है।