व्यायाम खेल-कूद मैदान


गुरुकुल में समन्वित विकास की मूल अवधारणा से प्रेरित होकर आध्यात्मिक, मानसिक विकास के साथ शारीरिक विकास पर भी ध्यान दिया जाता है। गुरुकुल में व्यायाम, खेलकूद, शस्त्र अस्त्र संचालन, आदि के लिये विस्तृत क्रीड़ा स्थल / मैदान है।

इसका अंतिम उद्देश्य है कि बालिकायें शरीर से  स्वस्थ, बलवती, तेजस्विनी और दीर्घायु बनें| शरीर के पुष्ट होने पर मन, बुद्धि और आत्मा से दृढ संकल्प, मेधाविनी, ज्ञानवतीए, यशस्विनी एवं ब्रह्मवर्चस्विनी बने| सुरक्षित राष्ट्र के उत्कर्ष में सहयोगी बने।

गुरुकुल की वीरांगनाओ ने शारीरिक व्यायाम आदि के नए साहसिक व उत्कृष्ट प्रतिमान स्थापित किए हैं।

गुरूकुल की ब्रह्मचारिणीयाँ अपनी रुचि योग्यता के अनुसार विभिन्न खेलों के साथ साथ आत्म-रक्षा के कई शारीरिक कौशल कलाओं का भी अभ्यास करती हैं |

👉आत्म-रक्षा-शिविर