गुरुकुल में छात्राओं / ब्रह्मचारिणियों को आत्म-रक्षा हेतु शस्त्र संचालन की शिक्षा भी दी जाती है।
आत्म-रक्षा हेतु शस्त्र संचालन में रुचि योग्यता के अनुसार मुख्य रूप से निम्न शारीरिक कौशल कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है|
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- लाठी
- भाला
- तलवार
- स्तूप
- मार्शल आर्ट
- जूडो करांटे
- परेड
- आग का गोला
- निशानेबाजी
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